| सर्दियों के लिए विशेष: चूत मारने का मज़ा भी तभी आता है ग़ालिब, जब, मौसम हो जाड़े का और भोसड़ा हो भाड़े का। |
| अर्ज़ किया है: उसने होंठों से छू कर लौड़े पे नशा कर दिया; लंड की बात तो और थी यारो उसने तो झांटों को भी खड़ा कर दिया। |
| मदहोश मत करो खुद को किसी का हुस्न देख कर; मोहब्बत अगर चेहरे से होती तो खुद़ा 'छेद' ना बनाता! |
| देखकर एड़ियाँ उस की दिल में सवाल ही सवाल है; इसकी चूत का क्या हाल होगा, जिसकी एड़ियाँ इतनी लाल हैं! |
| मोहब्बत के सिवा और भी गम है जमाने में; चुत का भौसडा बन जाता है पैसा कमाने में। |
| एक बार नहीं सौ बार ये दिल टूटा; पर चोदने का शौक साला फिर भी ना छूटा। |
| जिस दिन उनसे दिल लगा बैठे; तनहा में सुकून कि माँ चुदा बैठे। वो तो सो गयी, किसी और के बिस्तर पे; और हम अपनी ही झांटो में आग लगा बैठे। |
| उससे कह दो कि रोक ले अपनी यादों को; बहन की लौड़ी नए कच्छे का नास करवाएगी! |
| चोदते चोदते सुबह हो गयी लंड पे पड़ गए छाले; चूत फट के गुफा हो गयी वाह रे चोदने वाले! |
| गीली-गीली फुद्दी में लंड फिसल गया; जरा गौर से फरमाइएगा: गीली-गीली फुद्दी में लंड फिसल गया; और दोनो गोटियाँ परेशान, "साला उस्ताद किधर गया"। |